100 नेत्र विशेषज्ञों ने चंडीगढ़ आई फिल्म फेस्टिवल एवं क्वेस्ट 2025 सीएमई में लिया भाग

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चंडीगढ़: चौथा चंडीगढ़ आई फिल्म फेस्टिवल सीएमई का आयोजन होटल शिवालिक व्यू, सेक्टर-17, चंडीगढ़ में किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन चंडीगढ़ ऑप्थैल्मोलॉजिकल सोसायटी एंड सिटी आई बैंक द्वारा डॉ. अशोक शर्मा कॉर्निया सेंटर के सहयोग से किया गया। इस सम्मेलन में चंडीगढ़ यूटी, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश तथा जम्मू-कश्मीर से लगभग 100 प्रमुख नेत्र विशेषज्ञों ने भाग लिया।

सम्मेलन का उद्घाटन पद्श्री प्रो. अमोद गुप्ता, पूर्व डीन एवं प्रमुख, एडवांस्ड आई सेंटर, पीजीआईएमईआर द्वारा किया गया, जबकि पद्मश्री प्रो. जगत राम, पूर्व निदेशक एवं विभागाध्यक्ष, एडवांस्ड आई सेंटर, पीजीआईएमईआर ने विशिष्ट अतिथि के रूप में शिरकत की।

कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण “हार्ट टू हार्ट विद द लीजेंड पद्मश्री प्रो. अमोद गुप्ता” शीर्षक से एक प्रेरणादायक सत्र रहा, जिसमें उनके छात्र एवं बेंगलुरु स्थित प्रसिद्ध नेत्र विशेषज्ञ डॉ. के. एस. कुमार ने उनका साक्षात्कार लिया। प्रो. गुप्ता ने पेशेवर उत्कृष्टता एवं व्यक्तिगत विकास पर बहुमूल्य विचार साझा किए और युवा नेत्र विशेषज्ञों को अनुशासन, समय की पाबंदी, ईमानदारी एवं सकारात्मक सोच अपनाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने शॉर्टकट की बजाय मेहनत, उप-विशेषज्ञता में विशेषज्ञ बनने तथा ग्रुप प्रैक्टिस के माध्यम से सहयोग पर जोर दिया।

वैज्ञानिक सत्रों में डॉ. एस. के. शर्मा, डॉ. संदीप महाजन, डॉ. कपिल वोहरा, प्रो. राम लाल, डॉ. मोहित डोगरा, डॉ. शकीन सिंह, डॉ. सुधीर सल्होत्रा, डॉ. बेली राम, डॉ. राकेश बंसल, डॉ. रोहित शर्मा और डॉ. पवन पराशर सहित अनेक प्रतिष्ठित विशेषज्ञों ने प्रस्तुतियां दीं। इन सत्रों में फ्री पेपर्स, चुनौतीपूर्ण मामलों तथा प्रतियोगी दो-मिनट वीडियो प्रस्तुतियों को शामिल किया गया।

चीफ ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेटरी एवं कॉर्निया सेंटर के डायरेक्टर डॉ. अशोक शर्मा ने शिशुओं एवं बच्चों में कॉर्निया ग्राफ्टिंग के क्षेत्र में अपने अग्रणी कार्य प्रस्तुत किए। उन्होंने फेम्टोसेकंड लेज़र तकनीक के उपयोग की जानकारी दी, जिससे दृष्टि की तेजी से वापसी एवं स्थिर परिणाम संभव हुए हैं। 250 से अधिक सफल बाल कॉर्नियल ट्रांसप्लांट के साथ डॉ. शर्मा के पास इस क्षेत्र में सर्वोच्च रिकॉर्ड है और उन्हें कई राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हो चुके हैं। उनका केंद्र उन्नत कॉर्निया उपचारों के लिए प्रसिद्ध है।

डॉ. राजन शर्मा ने ग्लिसरीन में संरक्षित ग्राफ्ट्स के उपयोग पर अपना शोध प्रस्तुत किया और बताया कि डोनर कॉर्निया की कमी के समय, जैसे कि 2019 में कोविड काल के दौरान, इनका उपयोग किया जा सकता है। डॉ. राजन शर्मा सेल कल्चर, लिम्बल स्टेम सेल एवं मेसेनकाइमल स्टेम सेल कल्चर पर कई शोध परियोजनाओं पर कार्य कर रहे हैं।

सम्मेलन का संचालन बेंगलुरु, कर्नाटक के प्रसिद्ध रेटिना सर्जन डॉ. के. एस. कुमार द्वारा किया गया। यह सम्मेलन हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के दूरदराज क्षेत्रों के नेत्र सर्जनों के लाभ हेतु लाइव-स्ट्रीम भी किया गया।

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